स्थापना वर्ष - 1 अप्रैल 1991 मुख्यालय - गढ़वा कुल क्षेत्रफल - 4044 वर्ग किलोमीटर कुल जनसंख्या - 1322784 वाहन निबंधन संख्या - JH- 14 अनुमंडलों की संख्या - 3 (गढ़वा,नगर उठारी, रंका) जिला निर्माण के समय प्रखंडों की संख्या - 8 वर्तमान समय में प्रखंडों की संख्या -. 20 (खरौंधी,केतार, भवनाथपुर,बरडीहा, बिशनपुरा,नगर उंटारी संगमा,धुरकी,डंडई,चिनिया,मेराल,गढ़वा,डंडा,रमकंडा,भंडरिया, बढ़गढ़,) विधानसभा क्षेत्रों की संख्या - 2(गढ़वा,भवनाथपुर) लोकसभा संसदीय क्षेत्र - 1(पलामू)
जीवन में सादगी का तात्पर्य है कि हमारा खान पान रहन सहन सभी कुछ साधारण हो. हमारी आवश्यकताऐ सीमित हो. हम आवश्यकता से अधिक धन संग्रह कभी ना करें. हम कम वस्तुओं मे जीने की कला सीखें, ताकि सदा एक जैसा जीवन बीते. न सुख में इतराye बावजूद हमारे विचार ऊंचे हो। हमे सदा दूसरों के प्रति स्नेह और सदभाव रखना,उनकी भालाई व साहायता करना तथा निर्भिमानी होना चाहिए।सदा जीवन उच्च विचार के पालन से मनुष्य अपने साथ समाज को भी सुखी रखता है। सदा जीवन, उच्च विचार जीवन जीने की सर्वोत्तम विधी है। संसार में जितने भी महापुरुष हुए है, उनका रहन सहन एकदम साधारण रहा। उन्होंने सांसारिक सुखों से स्वयं को सदैव दूर रखा। हमारे महापुरुषों में से महादेव गोविंद रानाडे एक है।बात उन दिनों की है जब वे विद्यार्थी थे। उनके मकान के ठीक आगे एक अमीर स्त्री रहती थी। उसने सुख काल में खूब मौज किया और धन की बर्बादी भी की। कुछ दिन बाद वह गरीब हो गई। उसे खूब कष्ट होने लगा।फलत: वह रोज अपने आप को धिक्कारती और स्वयं पर क्रोध करती। वह खीझकर कर कहती "स्वादिष्ट पदार्थ खाते खाते जीभ की आदत बिगड़ गई है,अब तो सुखी रोटी भी नहीं मिलती। हाय! मैं
पलामू के बारे में महत्त्वपूर्ण तथ्य: राजा मोदीनी राय का किला एक किवदंती के अनुसार यहां ठंड के दिन में अधिक पाला गिरने के कारण पशु पक्षी तथा मानव अधिक संख्या में मर जाते थे जिसके कारण लोगों ने इसे पलामु कहा कुछ ने इसे "पाला का घर" कहा। एक अन्य मत के अनुसार पलामू पलायनवादियों को शरण देने वाला स्थान है अतः इसका नामकरण पलामू हुआ है। आधुनिक मतों के अनुसार पलास,लाह तथा महुआ की अधिकता के कारण इसे प ला मु का नाम दिया गया है। 1800ई. में पलामू में भूखंन सिंह के नेतृत्व में चेरो विद्रोह हुआ था। पलामू जिले का मुख्यालय डाल्टनगंज है इसका नामकरण अब चेरो राजा मोदीनी राय के नाम पर मोदीनगर कर दिया गया है। नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय जिसकी स्थापना सन 2009 में हुई थी पलामू जिले के मोदीनीनगर में स्थित है। 1857 के विद्रोह में नीलांबर तथा पितांबर ने इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई। ग्रेफाइट के उत्पादन में पलामू राज्य का अग्रणी जिला है। झारखंड राज्य में पलामु सर्वाधिक पपीते तथा मक्के का उत्पादक है। कुंड जलप्रपात पलामू के हुसैनाबाद में स्थित है पलामू जि
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