पलामू (झारखंड का जैसलमेर)
पलामू के बारे में महत्त्वपूर्ण तथ्य:
राजा मोदीनी राय का किला |
- एक किवदंती के अनुसार यहां ठंड के दिन में अधिक पाला गिरने के कारण पशु पक्षी तथा मानव अधिक संख्या में मर जाते थे जिसके कारण लोगों ने इसे पलामु कहा कुछ ने इसे "पाला का घर" कहा।
- एक अन्य मत के अनुसार पलामू पलायनवादियों को शरण देने वाला स्थान है अतः इसका नामकरण पलामू हुआ है।
- आधुनिक मतों के अनुसार पलास,लाह तथा महुआ की अधिकता के कारण इसे प ला मु का नाम दिया गया है।
- 1800ई. में पलामू में भूखंन सिंह के नेतृत्व में चेरो विद्रोह हुआ था।
- पलामू जिले का मुख्यालय डाल्टनगंज है इसका नामकरण अब चेरो राजा मोदीनी राय के नाम पर मोदीनगर कर दिया गया है।
- नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय जिसकी स्थापना सन 2009 में हुई थी पलामू जिले के मोदीनीनगर में स्थित है।
- 1857 के विद्रोह में नीलांबर तथा पितांबर ने इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई।
- ग्रेफाइट के उत्पादन में पलामू राज्य का अग्रणी जिला है।
- झारखंड राज्य में पलामु सर्वाधिक पपीते तथा मक्के का उत्पादक है।
- कुंड जलप्रपात पलामू के हुसैनाबाद में स्थित है
- पलामू जिले से ही चेरो विद्रोह हुआ था जिसका नेतृत्व भूषण सिंह ने किया था।
- मोदीनीनगर में स्थित छ मुहाने यहां से एक साथ गुजरने वाले छह रास्तों के लिए जाना जाता है।
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