गढ़वा (मां गढ़देवी की नगरी)
स्थापना वर्ष - 1 अप्रैल 1991
मुख्यालय - गढ़वा
कुल क्षेत्रफल - 4044 वर्ग किलोमीटर
कुल जनसंख्या - 1322784
वाहन निबंधन संख्या - JH- 14
अनुमंडलों की संख्या - 3 (गढ़वा,नगर उठारी, रंका)
जिला निर्माण के समय प्रखंडों की संख्या - 8
वर्तमान समय में प्रखंडों की संख्या -. 20 (खरौंधी,केतार, भवनाथपुर,बरडीहा, बिशनपुरा,नगर उंटारी संगमा,धुरकी,डंडई,चिनिया,मेराल,गढ़वा,डंडा,रमकंडा,भंडरिया, बढ़गढ़,)
विधानसभा क्षेत्रों की संख्या - 2(गढ़वा,भवनाथपुर)
लोकसभा संसदीय क्षेत्र - 1(पलामू)
महत्वपूर्ण तथ्य: -
- गढ़वा को मराठों द्वारा बसाया गया स्थान बताया जाता है शिवाजी की मृत्यु के बाद उस पर मराठों का आक्रमण अधिक हुआ।
- गढ़वा मराठी भाषा का शब्द है।
- गढ़वा जिला 1 अप्रैल 1991 ईस्वी को पलामू जिले से अलग होकर ने जिले के रूप में निर्मित हुआ।
- गढ़वा जिले के भंडरिया प्रखंड में स्थित गुलगुल पाठ पहाड़ राज्य की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है, इसी चोटी पर शुरुअत गांव स्थित है जिसके कारण इस पहाड़ को शुरुअत पहाड़ी भी कहा जाता है इस चोटी की ऊंचाई 3819 फीट है।
- गढ़वा जिले के नगर उंटारी में स्थित श्री वंशीधर मंदिर में सुप्रसिद्ध कृष्ण की सोने की प्रतिमा लगी हुई है जिसका वजन 32 मन है। इस मंदिर की स्थापना अट्ठारह सौ पचासी इसमें उंटारी के राजा भवानी सिंह की पत्नी रानी शिवमणि ने कराया था।
- 2017 ईस्वी में नगर उंटारी का नाम बदलकर बंशीधर नगर रख दिया गया है।
- मां गढ़ देवी का मंदिर जिला मुख्यालय में स्थित है इस मंदिर को 1926 में काफी ख्याति मिली जब गढ़वा के राजा ठाकुर अमर दयाल सिंह के पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी हुई।
- गढ़वा जिला झारखंड राज्य का एकमात्र ऐसा जिला है जो 3 राज्यों उत्तर प्रदेश,बिहार तथा छत्तीसगढ़ की सीमाओं को स्पर्श करता है।
बंडा पहाड़ |
गुरसेंधु जलप्रपात |
बालचौरा जलप्रपात |
अन्नराज डैम |
सतबहिनी झरना |
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