रांची
- अवस्थिति - झारखंड राज्य के मध्य भाग में
- सीमाएं - पूर्व में पंचिम बंगाल,पश्चिम में गुमला,उत्तर में रामगढ़, दक्षिण में खूंटी
- मुख्यालय - रांची
- समुंद्र तल से ऊंचाई - 652 मीटर (2140 फीट)
- कुल क्षेत्रफल - 5231 वर्ग किलोमीटर
- कुल जनसंख्या - 2914253
- पुरुष जनसंख्या - 1494937
- महिला जनसंख्या - 1419316
- नगरीय आबादी - 1257335
- नगरीय आबादी का प्रतिशत - 43.14
- ग्रामीण आबादी - 1656918
- ग्रामीण आबादी का प्रतिशत - 56.86
- अनुसूचित जनजाति की संख्या - 1042016
- कुल जनसंख्या में अनुसूचित जनजाति का प्रतिशत - 35
- .76
- अनुसूचित जाति की संख्या - 152943
- कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति का प्रतिशत - 5.25
- लिंगानुपात - 949
- बाल लिंगानुपात - 938
- जनसंख्या घनत्व - 572 व्यति/किमी2
- पुरुष साक्षरता दर - 84.26%
- महिला साक्षरता दर - 67.44%
- साक्षरता दर - 76.44%
- वाहन निबंधन संख्या - JH - 01
- अनु मंडलों की संख्या - 2 (रांची सदर, बुंडू)
- वर्तमान समय में अनुमंडलों की संख्या - 18 (खलारी, बुढ़मू,चांहो, मांडर, बेड़ों,लापुंग,झटकी,नगड़ी,राजु,कांके,ओरमांझी,अनगड़ा, नामकुम,बुंडू,राहे,सिल्ली,सोनाहातु,तमाड़)
- विधान सभा क्षेत्रों की संख्या - 7(तमाड़,सिल्ली,खिजरी,रांची,हटिया,कांके,मांडर)
- लोक सभा संसदीय क्षेत्र - 3(रांची, लोहरदगा,खुंटी)
- प्रमुख नदियां
- स्वर्ण रेखा,
- दक्षिणी कोयल
- शंख
- कटकारी
- जुमार
- प्रमुख जलप्रपात
- हुंडरु
- दशम
- जोन्हा (गौतम धारा)
- सीता
- ऐतिहासिक स्मारक
- रातुगढ़ का किला
- पिठोरिया का किला
- प्रमुख धार्मिक स्थान
- पहाड़ी मंदिर,दो मंजिला राम मंदिर, जगन्नाथपुर मंदिर,सूर्य,मंदिर,अमरेश्वर धाम, देउड़ी मंदिर,जीईएल चर्च,अंगराबारी का शिव मंदिर।
- पर्यटन स्थल
- कांके डैम, रॉक गार्डन,दादा दादी पार्क, नक्षत्र वन ,सिद्धू कान्हु पार्क , धुर्वा डैम, टैगोर पहाड़ी, डोरंडा का मछली पार्क, भगवान बिरसा जैविक उद्यान, फन फैसल रातू मैक्लुस्कीगंज , मुटा मगरमच्छ प्रजनन केंद्र ,मछली पार्क, ऑक्सीजन पार्क।
- हवाई अड्डा
- बिरसा मुंडा हवाई अड्डा
क्रीड़ा प्रांगण - जेएससीए स्टेडियम, बुद्धू भगत तरणताल स्टेडियम,जयपाल सिंह स्टेडियम, stroturf stadium, railway stadium, sheikh bhikhari stadium (मांडर)
- प्रमुख शैक्षणिक संस्थान
- सेंट जेवियर महाविद्यालय, जेवयर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस, राष्ट्रीय मनोचिकित्सा संस्थान, रांची विश्वविद्यालय, राजेंद्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मेसरा ,भारतीय प्रबंधन संस्थान , बिरसा कृषि विश्वविद्यालय ,केंद्रीय विश्वविद्यालय।
- प्रमुख शोध संस्थान
- केंद्रीय तसर शोध संस्थान, केंद्रीय लाहअनुसंधान संस्थान (नामकुम), भारतीय लोक शोध संस्थान ,नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर फाउंड्री फोर्ज, आदिवासी शोध संस्थान।
- प्रमुख जनजातियां
- उरांव, मुंडा, लोहरा ,बेतिया, महली, करमाली
- प्रमुख खनिज
- बॉक्साइट, चुना पत्थर , एस्बेस्टस, मोनाजाईट, चीनी मिट्टी।
- प्रमुख उद्योग
- इंडियन एल्युमिनियम (मुरी), सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन , मेकन भारतीय इस्पात प्राधिकरण।
- स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले प्रमुख आंदोलनकारी
- ठाकुर विश्वनाथ सहदेव , शेख भिखारी, नागेश्वर प्रसाद साव , पंडित राम रक्षा ब्रह्मचारी, डॉक्टर जदु गोपाल मुखर्जी, नारायण चंद्र लाहिरी , नंद किशोर भगत, नारायण जी , देवकीनंदन प्रसाद, पूरन चंद मित्रा , चमरा भगत , जुएल लकड़ा , पाॅल दयाल ,प्रतुल चंद्र मिश्रा, विमल दासगुप्ता , बुधु भगत , टिकैत उमराव सिंह।
- प्रमुख व्यक्तित्व
- महेंद्र सिंह धोनी , दीपिका कुमारी, अंजना ओम कश्यप, कोमल झा , डॉ रामदयाल मुंडा, वी पी केसरी।
महत्वपूर्ण तथ्य - रांची का पुराना नाम लोहरदगा है। 1899 ईस्वी में इसका नाम एक छोटे से गांव के नाम पर परिवर्तित कर रांची रखा गया
- रांची शब्द यहां पर बांस से बने धनुष के कारण बना । धनुष को आर्ची कहा जाता था उत्तर काल में यह अपभ्रंश होकर रांची कहा जाने लगा।
- 15 नवंबर 2000 ईस्वी को झारखंड राज्य निर्माण के पश्चात रांची को झारखंड की राजधानी बनाया गया।
- रांची जिले का मैक्लुस्कीगंज एंग्लो इंडियन निवासियों के लिए प्रसिद्ध है
- धुर्वा स्थित भारी अभियंत्रण उद्योग (HEC)को कारखानों का कारखाना कहा जाता है।
- Muri sthit Aluminium factory ki sthapna 1938 mein hui thi.
- राज्य का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय मांडर में स्थित है।
- रांची में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना सी सी एल के सहयोग से की जा रही है।
टैगोर हिल की गिनती रांची के प्रमुख पर्यटक स्थलों में की जाती है। पर्यटकों के बीच बेहतरीन पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। उन्हें पहाड़ी पर आकर बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इस पहाड़ी से पूरे रांची के मनोहारी दृश्य देखे जा सकते हैं। पहाड़ी पर पत्थरों से बने शांति धाम को भी देखा जा सकता है। इसका निर्माण गुरुदेव रविंद्र नथ टैगोर के बड़े भाई ज्योतिन्द्रनाथ टैगोर ने कराया था। टैगोर हिल को मोहरा बाती हिल के नाम से भी जाने जाते हैं। गाय डायर मेला सोहराई यानी दीपावली के दूसरे दिन लगता है। इस दिन मवेशियों को धोया और सजाया जाता है। - जिले में मांडर के पास मुरम में कार्तिक प्रतिपदा तथा द्वितीय को मुरमा मेले का आयोजन होता है। इसे हर आज के मेला घोषित करने की घोषणा की गई है।
- जगन्नाथपुर मेला रांची के धुर्वा में स्थित जगन्नाथ पुरी मंदिर में लगता है। यह मेला आषाढ़ शुक्ल पक्ष तृतीया से 9 दिन तक चलता है।
- रांची का पहाड़ी मंदिर देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां 15 अगस्त 1947 से लेकर आज तक गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया जाता है। यह मंदिर समुद्र तल से 140 फीट और जमीन से 350 फीट की ऊंचाई पर स्थित है मंदिर तक पहुंचने के लिए 468 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है। मंदिर से पूरे रांची शहर को देखा जा सकता है। पहाड़ी मंदिर में भगवान शिव के लिंग रूप में पूजा की जाती है। शिवरात्रि और सावन के महीने में यहां शिव भक्तों की काफी भीड़ रहती है।
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर 23 जनवरी 2016 को भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहाड़ी मंदिर के नीचे से बटन दबाकर तिरंगा फहराया, तिरंगा जमीन से 493 फीट की ऊंचाई पर है। पहाड़ी मंदिर पर से 293 फीट लंबे पुल पर लगाया गया है। तिरंगे की विमा 99 * 66 फीट है।
- योगदा मठ की स्थापना 15 नवंबर 1917 ईस्वी में परमहंस योगानंद ने की थी। 7 मार्च 1977 ईस्वी को उनके सम्मान में भारत सरकार द्वारा डाक टिकट भी जारी किया गया था।
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