गुमला जिला का मैप
- स्थापना वर्ष - 18 मई 1983 ईस्वी
- अवस्थिति - झारखंड राज्य के दक्षिण पश्चिम भाग में
- सीमाएं - पूर्व में रांची , पश्चिम मे छत्तीसगढ़,उत्तर में लोहरदगा तथा लातेहार,दश्चिन में सिमडेगा।
- मुख्यालय. - गुमला
- समुंद्र तल से ऊंचाई - 652 मीटर(2139 फीट)
- कुल क्षेत्रफल - 5327 वर्ग किलोमीटर
- कुल जनसंख्या - 1025213
- पुरुष जनसंख्या. - 514390
- महिला जनसंख्या - 510823
- नगरीय आबादी. -. 650132
- नगरीय आबादी का प्रतिशत - 6.35
- ग्रामीण आबादी - 960132
- ग्रामीण आबादी का प्रतिशत - 93.65
- अनुसूचित जनजाति की संख्या - 706754
- कुल जनसंख्या में अनुसूचित जनजाति का प्रतिशत. - 68.94
- अनुसूचित जाति की संख्या - 32459
- कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति का प्रतिशत -. 3.4
- लिंगानुपात. - 993महिलाएं/1000 पुरुष
- बाल लिंगानुपात -. 963
- जनसंख्या घनत्व - 191 व्यक्ति/किलोमिटर2
- पुरुष साक्षरता दर - 75.55%
- महिला साक्षरता दर. - 55.90%
- साक्षरता दर - 65.73%
- वाहन निबंधन संख्या -. JH 07
- अनु मंडलों की संख्या - 3 ( गुमला, चैनपुर, बसिया)
- वर्तमान समय में प्रखंडों की संख्या -. 12( विशुनपुर, डूंमरी, अल्बर्ट एक्का, चैनपुर, रायडीह, पालकोट, गुमला , घागरा, सिसई, भरनो, बसिया, कमडारा)
- विधान सभा क्षेत्र की संख्या -. 3 ( गुमला,सिसई , बिसुनपुर)
- लोक सभा संसदीय क्षेत्र - 1 (लोहरदगा)
- प्रमुख नदियां -. दक्षिण कोयल,उतरी कोयल, शंख
- ऐतिहासिक स्मारक -. नागफेनी राजभवन, नवरतनगढ़,राजा डेरा, दोइसा गढ़।
- प्रमुख धार्मिक स्थान -. अंजनधाम , टांगीनाथ मंदिर,महामाया मंदिर,शिव पार्वती मंदिर,सेंट पैट्रिक चर्च,कोरांबे का वासुदेव राय मंदिर।
- पर्यटन स्थल. -. पालकोट अभ्यारण्य,बिरसामुंडा कृषि पार्क, घाघरा जलप्रपात,सदनी घाघ जलप्रपात।
- प्रमुख जनजातियां - उरांव,मुंडा, खड़िया, लोहरा, चिक बड़ाइक,किसान, खेरवार।
- प्रमुख उद्योग -. बीड़ी साबुन मोमबत्ती, लौह सामग्री
- स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले प्रमुख आंदोलनकारी -. गंगा महाराज,गोविंद भगत,देवेंद्र कुमार,गणपत खंडेलवाल,लड्डू महाराज,मथुरा प्रसाद,इग्नेश बैक
प्रमुख व्यक्तित्व. -. जतरा उरांव,कार्तिक उरांव,अल्बर्ट एक्का,तेलंगा खड़िया, सुमति उरांव
महत्वपूर्ण तथ्य :- गुमला एक ऐसा क्षेत्र था जहां पर प्रति वर्ष गाय का मेला लगता था ,ये स्थान गऊ मेला के लिए प्रसिद्ध था।कालांतर में इस स्थान की प्रसिद्धि गऊ मेला नाम से हुई,इसी को ग्रामीणों ने अब भ्रंश कर दिया और यह गुमला बन गया। - रामायण के अनुसार भगवान हनुमान का जन्म स्थान गुमला में ही है और यहीं पर ऋषि अमुक पर्वत भी स्थित है जहां पर हनुमान जी सुग्रीव के साथ रहते थे। गुमला में स्थित अंजन धाम हनुमान जी का जन्म स्थान है।
- गुमला शहर से करीब 75 किलोमीटर दूर तथा रांची से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर घने जंगलों के बीच टांगीनाथ मंदिर स्थित है। यहां पर आज भी भगवान परशुराम का फरसा जमीन में गड़ा हुआ है।
- सदनी घाघ जलप्रपात शंख नदी पर स्थित है।
- गुमला के कोरांबे में हल्दी घाटी मंदिर स्थित है।
- गुमला के दोसाईगढ़ में नवरत्न किला स्थित है,खजाना घर इस महल का विशेष आकर्षण है।
- गुमला जिले में स्थित पालकोट अभ्यारण्य की स्थापना 1990 ईस्वी में हुई।
- नवरतगड़ के किले को झारखंड का `हम्पी कहा जाता है
- अल्बर्ट एक्का स्टेडियम गुमला में स्थित है।
- गुमला की पहचान खेल नगरी के रूप में है।
- गुमला निवासी तथा भारतीय थल सेना के " ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स "के लांस नायक अल्बर्ट एक्का 1971 के भारत-पाक युद्ध में मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए तथा उन्होंने उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से अलंकृत किया गया।
- परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का के जीवनी को लेकर पूर्व सैनिक सेवा परिषद के द्वारा डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जा रही है जो परमवीर चक्र के नाम से है , इसकी शूटिंग गुमला जिले के " जरी " गांव में हुई है।
- गुमला जिले के कार्तिक उरांव ने 1968 ईस्वी में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की स्थापना की वह विश्व के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पॉइंट के प्रमुख डिजाइनरों में से एक थे उन्होंने आगे चलकर इसी में नौकरी की तथा तीन बार लोहरदगा से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रहे।
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